उत्तर प्रदेश में खनन बंद होते ही बालू और मोरग की कीमतों में तेज उछाल, सरिया में राहत; 300 रूपये प्रति क्विंटल आई. खदान बंद होते ही बालू-मोरग की कीमतों ने तेज उछाल भरी है. इससे माकन बनाने वालों को तेज झटका लगा है. निर्माण कार्य में प्रयोग होने वाली सबसे अहम सामिग्री मोरंग और बालू की कीमतों ने नीव डालने, छत ढलने और मरम्मत कार्य में खलल पैदा कर दिया है. हाल यह है कि 25,000 रुपये प्रति हजार घनफीट वाली बालू इस समय 35,000 पहुच गई है. वहीँ मोरंग की कीमतें आसमान छू रही हैं. 65,000 रुपये प्रति ट्रक के स्थान पर कीमतें 75,000 रुपये हो गई हैं. राहत देने वाली बात यह है कि सरिया की कीमतों में थोड़ी कमी आई है. स्टोरेज से बढे भवन सामिग्री के दाम: कारोबारियों की मानें तो आमतौर पर खदान का काम 15 जुलाई तक बंद होता था. लेकिन इस बार यह अचानक पहली जुलाई से ही खनन पर रोक लगा दी गई इसका नतीजा यह हुआ की बीते करीब दो हफ़्तों से धीरे-धीरे चढ़ रही मोरंग और बालू की कीमतों ने अचानक उछाल भरना शुरू कर दिया है. जैसे ही खनन बंद हुआ इनका भाव आसमान छूने लगा.